एएचएफ में प्रवेश पाने के लिए आवश्यक सामग्री व योग्यताएं
सर्वप्रथम उम्र के अनुसार निर्धारित सफल दौड और शारीरिक मापदंड पूरा करने पर आप एएचएफ के सदस्य बन सकते हैंl
दौड़ प्रपत्र संख्या यदि आप पास है तो आधार कार्ड, एक पासपोर्ट साइज रंगीन फोटो, स्वयं के हस्ताक्षर व अभिभावक के हस्ताक्षरl
प्रवेश के लिए ऑनलाइन निर्धारित फार्म शुल्क प्रत्येक जनपद से एएचएफ 120 छात्र-छात्राओं का चयन करता है जिनकी उम्र 12 से अधिक Graduation तक के विद्यार्थी प्रतिभाग कर सकते हैंl
विद्यार्थियों से निम्नतम दौड़ अपेक्षित है l
उम्र 12 वर्ष से 15 वर्ष के लिए 800 मीटर दौड़ l
उम्र 16 वर्ष से अधिक के लिए 1200 मीटर की दौड़ अपेक्षित हैl
नियमानुसार किसी भी प्रकार से विकलांग (दिव्यांग) छात्र /छात्रा प्रवेश का पात्र नहीं है l
शारीरिक रूप से कमजोर छात्र/ छात्राएं आवेदन ना करें l
फार्म भरने तक प्रवेश प्रपत्र संख्या व कार्ड यानी ACN No अपने साथ रखेंl
आपका रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन ही होगा l
प्रवेश दौड़ के दिन छात्र-छात्राएं जलपान करके ही आए l
साप्ताहिक परेड संगठन की व्यवस्था के अनुसार किसी भी दिन आयोजित की जा सकती है l
प्रतिभागी अपने अभिभावकों के साथ ही उपस्थित हो अन्यथा प्रतिभाग नहीं कर सकेंगे l
प्रवेश दौड़ में आप की लिखित परीक्षा होगी अतः सामान्य जानकारी के साथ-साथ ए एच एफ संगठन की पूर्ण जानकारी वेबसाइट www.ahf.in.net/ से प्राप्त करके आए
इच्छुक विद्यालय अपने यहां एचएफ की यूनिट खोलने के लिए संपर्क कर सकते हैं यदि वह निर्धारित मानक पूरा कर सकें तो एएचएफ यूनिट शुरू की जा सकती हैl
एएचएफ भर्ती अधिकारी किसी भी प्रकार के बदलाव संशोधन के लिए स्वतंत्र हैl ए एच एफ भर्ती अधिकारी का निर्णय व वहां के विभाग कमांडर या संबंधित पदाधिकारी का निर्णय अंतिम व सर्वमान्य होगा l
अखण्ड हिन्द फ़ौज के संस्थापक:
राजेन्द्र प्रसाद त्रिपाठी
अखण्ड हिन्द फ़ौज की स्थापना:
23 जनवरी 2007
अखण्ड हिन्द फ़ौज के निर्देशक:
राजेन्द्र प्रसाद त्रिपाठी
अखण्ड हिन्द फ़ौज का कार्यक्षेत्र:
संपूर्ण भारतवर्ष एवं पौराणिक भारत और आर्यावर्त क्षेत्र
अखण्ड हिन्द फ़ौज के प्रेरणास्रोत/मार्गदर्शक:
- भारतमाता के पुत्र महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, आजाद हिन्द फौज के सेनापति, महान क्रांतिकारी आदरणीय सुभाषचंद्र बोस
- अखंड भारत के प्रणेता आचार्य चाणक्य (विष्णु गुप्त जी)
अखण्ड हिन्द फ़ौज का नारा : अखंड भारत जय हिन्द
अखण्ड हिन्द फ़ौज मे छात्र छात्राओ के लिए सम्बोधन शब्द: जय हिन्द (कैडेट)
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(Aims of AHF)
- Nk=@Nk=kvksa es cpiu ls gh f’k{kk ds LkkFk lkFk fo|ky; vodk’k ds le; ru] eu] /ku ls ns’k dks lefiZr gks ,oa ’kkjhfjd] ekufld o ckSf/nd fodkl ,oa ns’k ds izfr LokoyEch o tkx:d ,oa ftEesnkj ukxfjd cukukA
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(Motto of AHF)
^^,drk v[k.Mrk vkSj vuq’kklu^^
(Unity Integrate & Discipline)
(सिर्फ उनके लिए जो खतरों से खेलने का साहस रखते हैं)
(Only for them who have confidence to face difficulties.)
vuq’kklu dh fo’ks’krk;sa
(Cardinals of AHF Discipline)
- eqLdqjkrs gq;s vkKk dk ikyu djksA (Obey with Smile)
- le; ds ikcUn jgks (Be Punctual)
- fu%ladksp dBksj ifjJe djksA (Hard Work with out fuss)
- cgkus u cukvks ,oa >wB er cksyks (Make no excuses and tell no lies)
अखण्ड हिन्द फ़ौज के जय हिन्द के लिए शपथ
‘‘मैं ....................................................................प्रतिज्ञा करता हूँ कि राष्ट्रीय चरित्र,संस्कृति,व जीवन मूल्य एवं गौरवशाली इतिहास की गरिमा, एकता व अखण्डता बनाए रखने के लिए सच्चाई और श्रद्धा से अपने देश की निःस्वार्थ सेवा करूंगा तथा अखण्ड हिन्द फ़ौज के नियमों तथा अधिनियमों का पालन करूंगा और अपने कमाण्डिंग ऑफिसर के आदेश के अनुसार हर परेड पर व कैम्प में पूर्ण शक्ति के साथ सम्मिलित रहूँगा। जय हिन्द
अखण्ड हिन्द फ़ौज का झण्डा (AHF Flag)
ए0एच0एफ0 एक स्वयं सेवी व आजाद हिन्द फौज के क्रिया कलापो व उनके उद्देश्यो को अनुशरण करने वाला संगठन है। इसीलिए इसका झण्डा तिरंगे के समान तीन रंग की पट्टियों में बंटा हुआ है। इसमें सबसे ऊपर केशरिया रंग की पट्टी, बीच में श्वेत रंग की पट्टी में दहाडते हुए शेर का निशान तथा नीचे हरे रंग की पट्टी होती है। झण्डे के बीच मे दहाडते हुए शेर के साथ ए.एच.एफ. शब्द लिखा है। नीचे हिन्दी भाषा में ए0एच0एफ0 का आदर्श वाक्य ‘एकता अखण्डता तथा अनुशासन लिखा है।
AHF गीत (AHF Song)
वन्दे मातरम्
सुजलां सुफलां मलयजशीतलाम्
शस्यशामलां मातरम् ।
शुभ्रज्योत्स्नापुलकितयामिनीं
फुल्लकुसुमितद्रुमदलशोभिनीं
सुहासिनीं सुमधुर भाषिणीं
सुखदां वरदां मातरम् ।। १ ।।
वन्दे मातरम् ।
कोटि-कोटि-कण्ठ-कल-कल-निनाद-कराले
कोटि-कोटि-भुजैर्धृत-खरकरवाले,
अबला केन मा एत बले ।
बहुबलधारिणीं नमामि तारिणीं
रिपुदलवारिणीं मातरम् ।। २ ।।
वन्दे मातरम् ।
तुमि विद्या, तुमि धर्म तुमि हृदि,
तुमि मर्म त्वं हि प्राणा:
शरीरे बाहुते तुमि मा शक्ति,
हृदये तुमि मा भक्ति,
तोमारई प्रतिमा गडि मन्दिरे-मन्दिरे मातरम् ।। ३ ।
।
वन्दे मातरम् ।
त्वं हि दुर्गा दशप्रहरणधारिणी
कमला कमलदलविहारिणी वाणी विद्यादायिनी,
नमामि त्वाम् नमामि कमलां
अमलां अतुलां सुजलां सुफलां मातरम् ।। ४ ।।
वन्दे मातरम् ।
श्यामलां सरलां सुस्मितां
भूषितां धरणीं भरणीं मातरम् ।। ५ ।।
वन्दे मातरम् ।।
ए0एच0एफ0 घोष गीत (AHF Band Song)
कदम कदम बढ़ाये जाए खुशी के गीत गाये जा
ये जिन्दगी है क़ौम कीए तू क़ौम पे लुटाये जा
तू शेर.ए.हिन्द आगे बढ़ए मरने से तू कभी ना डर
उड़ा के दुश्मनों का सरए जोश.ए.वतन बढ़ाये जा
कदम.कदम बढ़ाये जाण्ण्ण्
तेरी हिम्मत बढ़ती रहेए खुदा तेरी सुनता रहे
जो सामने तेरे अड़ेए तो ख़ाक में मिलाये जा
कदम.कदम बढ़ाये जाण्ण्ण्
चलो दिल्ली पुकार केए गम.ए.निशां सम्भाल के
लाल किले पे गाड़ केए लहराये जाए लहराये जा
कदम.कदम बढ़ाये जाण्ण्ण्
तेरे लिए तेरे वतन की खाक बेक़रार है
हिमालया की चोटियों को तेरा इंतज़ार है
वतन से दूर है मगरए वतन के गीत गाये जा
कदम.कदम बढ़ाए जा ख़ुशी के गीत गाये जा
ये ज़िन्दगी है कौम कीए तू कौम पे लुटाये जा
बड़ा कठिन सफ़र है ये बड़े कठिन है रास्ते
मगर ये मुश्किलें हैं क्या सिपाहियों के वास्ते
तू बिजलियों से खेल आँधियों पे मुस्कुराए जा
कदम.कदम बढ़ाए जाण्ण्ण्
बिछड़ रहा है तुझसे तेरा भाई तो बिछड़ने दे
नसीब कौम का बने तो अपना घर उजड़ने दे
मिटा के अपना एक घर हज़ार घर बसाए जा
कदम.कदम बढ़ाए जाण्ण्ण्
ए0एच0एफ0 गान
--First stanza--
Subh sukh chain ki barkha barse, Bharat bhaag hai jaaga.
Punjab, Sindh, Gujarat, Maratha, Dravid, Utkal, Banga,
Chanchal sagar, Vindhya, Himalaya, Neela Jamuna, Ganga.
Tere nit gun gaayen, Tujh se jivan paayen,
Har tan paaye asha.
Suraj ban kar jag par chamke, Bharat naam subhaga,
Jai Ho! Jai Ho! Jai Ho! Jai, Jai, Jai, Jai Ho!
--Second stanza--
Sab ke dil mein preet basaaey, Teri meethi baani.
Har sube ke rahne waale, Har mazhab ke praani,
Sab bhed aur farak mita ke, Sab gaud mein teri aake,
Goondhe prem ki mala.
Suraj ban kar jag par chamke, Bharat naam subhaga,
Jai Ho! Jai Ho! Jai Ho! Jai, Jai, Jai, Jai Ho!
--Third stanza--
Subh savere pankh pakheru, Tere hi gun gayen,
Baas bhari bharpur hawaaen, Jeevan men rut laayen,
Sab mil kar Hind pukare, Jai Akhand Hind ke nare.
Pyaara desh hamara.
Suraj ban kar jag par chamke, Bharat naam subhaga,
Jai Ho! Jai Ho! Jai Ho! Jai, Jai, Jai, Jai Ho!
Note: इसकी जगह पर भारतीय राष्ट्रगान भी गाया जा सकता है
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v[k.M fgUn QkSt /otxhr
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा,
झण्डा ऊँचा रहे हमारा।
सदा शक्ति सरसाने वाला
प्रेम-सुधा बरसाने वाला
वीरों को हरसाने वाला
मातृभूमि का तन-मन सारा,
झण्डा ऊँचा रहे हमारा। 1।
शान न इसकी जाने पाये
चाहें जान भले ही जाये
विश्व विजय कर के दिखलायें
तब होवे प्रण पूर्ण हमारा,
झण्डा ऊँचा रहे हमारा। 7।
नेट- ध्वज फहराने के बाद केवल प्रथम व अन्तिम अन्तरा गाया जाता है।
मुख्य क्रियाकलाप (Main Activity)
ए0एच0एफ0 स्थापना दिवस - महान क्रान्तिकारी शुभाष चन्द्र बोश की जन्म जयन्ती के शुभ अवसर पर आयोजित होता हैं, यह अंग्रेजी महीने के जनवरी माह में 23 तारीख को मनाया जाता है। अमर जवान ज्योति पर माल्यार्पण समारोह, किसी समसामयिक विषय पर ए.एच.एफ. व्याख्यान और साहसिक अभियानों जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
गणतंत्र दिवस शिविर (आर0डी0सी0) - प्रतिवर्ष यह शिविर 26 जनवरी से 29 जनवरी तक आयोजित किया जाता है। इसमें चुने हुए जयहिन्द भाग लेते हैं।
अखण्डता दिवस शिविर (आई0डी0सी0) - ए.एच.एफ. पाठ्यक्रम में खेलों को शामिल करने के साथ अखण्डता दिवस शिविर का आयोजन प्रतिवर्ष अगस्त माह में 14 अगस्त को राष्ट्रीय स्तर पर किया जाता है। सभी प्रदेशो से ए.एच.एफ. खिलाड़ी इसमें भाग लेते हैं।
स्कूलों/कालेजों में ए.एच.एफ. की स्थापना
(Raising of AHF in Schools/colleges)
जो स्कूल/कालेज ए0एच0एफ0 खोलना चाहते हैं उन्हें एक प्रार्थना पत्र संस्थान के निर्देशक या अपने क्षेत्र के D.C.O. (Divisional Command Officer) को प्रेषित करना होता है। स्कूल/कालेज में ए0एच0एफ0 को सुरूचिपूर्ण संचालित करने के लिये , निम्न बातों के प्रति स्कूल/कॉलेज प्रशासन को तैयार रहना होगा।
- निर्धारित 'जयहिन्दों' की संख्या पूरी करने की जिम्मेदारी स्कूल/कॉलेज की होगी।
- स्कूल/कॉलेज द्वारा कपड़ों और उपकरणों के रख-रखाव हेतु स्टोर रूम तथा कार्यालय की व्यवस्था की जाएगी।
- स्कूल/कॉलेज उचित परेड ग्राउंड एवं उपलब्ध साजो-सामान, उपकरण तथा वाहनों की व्यवस्था करेगा।
- स्कूल/कॉलेज शॉर्ट रेंज की व्यवस्था करेगा या उपलब्ध रेंज के उपयोग की अनुमति लेगा।
- स्कूल/कॉलेज ऐसे योग्य शिक्षक की व्यवस्था करेगा जो A.A.O. (Associate A.H. Officer) बन सकें।
- स्कूल/कॉलेज A.H.F. के कार्यक्रमों में भाग लेने हेतु Associate A.H. Officer एवं जयहिन्दों को समय पर भेजेगा।
- विद्यालय समय में होने वाले A.H.F. कार्यक्रमों में उपस्थित जयहिन्दों की उपस्थिति कक्षा रजिस्टर में दर्ज की जाएगी।
ए0 एच0 एफ0 जयहिन्द को प्रशिक्षण हेतु तीन डिवीजन में बांटा गया है।
- सीनियर डिवीजन
- जूनियर डिवीजन
- गर्ल्स डिवीजन
A.H.F. जयहिन्द के प्रशिक्षण को दो भागों में बाँटा जा सकता है।
- संस्थागत प्रशिक्षण - इसमें थल सेना/नौ सेना /वायु सेना से सम्बन्धित विषयों का बुनियादी प्रारम्भिक सैन्य प्रशिक्षण छात्र छात्राओं को दिया जाता है।
शिविर प्रशिक्षण - इसमें प्रयोगात्मक प्रशिक्षण उन सभी विषयों का दिया जाता है जिनका स्कूल/कालेज में प्रशिक्षण संभव नही है। शिविर प्रशिक्षण में जयहिन्द का घर से बाहर के जीवन का रोमांच व प्रसन्नता का अनुभव होता है तथा सहयोगी भाव, टीम भावना, सामूहिक मेल मिलाप, चरित्र नेतृत्व के गुण, आत्म विश्वास तथा आत्म निर्भरता के गुणों का विकास करने में सहायता मिलती है।
ए0 एच0 एफ0 शिविर (AHF Camps)
ए0 एच0 एफ0 जयहिन्द के लिए प्रतिवर्ष निम्न शिविर आयोजित किये जा सकते हैंः
1. Annual Training camps
2. Social service camps.
3. All India Summer Training camps..
4. Advance leadership course
5. Course at Himalayan Mount-eering Institute
6. Para Troopers camps.
7. Attachment regular Police & Army.
8. National Integration camps
9. Republic Day Camp. (R.D.C.)
10. Heaking and Treaking Camps.
11. Rafting & Sainik Camp
12. Integrate Day Camp (I.D.C.) etc...
वार्षिक प्रशिक्षण शिविर (Annual Training Camp)
इस शिविर का मुख्य उद्देष्य जयहिन्दों को सामूहिक रूप से 1+1+1 वर्षीय परीक्षा के पाठ्यक्रम से सम्बन्धित प्रशिक्षण देना तथा जयहिन्दों में नेतृत्व के गुणों का विकास करना है। वार्षिक प्रशिक्षण शिविर में ड्रिल, किट लेआउट, क्वार्टर गार्ड, फायरिंग, खेल, सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि की प्रतियोगितायें आयोजित की जाती है।
ए.एच.एफ. प्रशिक्षण से छात्रो को लाभ
- ए0एच0एफ0 के प्रषिक्षण से छात्रों में समाज सेवा, मिल जुलकर कार्य करने की भावना, नेतृत्व, अनुषासन तथा आत्म विष्वास का विकास होता है।
- चूंकि ए0एच0एफ0 में प्रषिक्षण हेतु विभिन्न षिविरों का विभिन्न स्थानों पर आयोजन किया जाता है। अतः छात्रों को महत्वपूर्ण ऐतिहासिक, औद्योगिक तथा सामुदायिक केन्द्रों का भ्रमण करने का अवसर प्राप्त होता है। जिसके कारण उनका ज्ञान बढ़ता है तथा उनमें रचनात्मक कार्य करने की लगन उत्पन्न होती है।
- ए0एच0एफ0 में छात्र को नागरिक सुरक्षा तथा स्वयं की सुरक्षा की उचित षिक्षा दी जाती है जिससे छात्रों में राष्ट्र सेवा की चित्तवृत्ति जाग्रत होती है।
- ए0एच0एफ0 के जयहिन्द को नियमित पुलिस/सेना के साथ संलग्न करने का प्रयास किया जाता है जिससे वह पुलिस/फौज के जीवन से वाकिफ हो सकें।
- ए0एच0एफ0 के जयहिन्द को पर्वतारोहण, राफ्टिंग, पैराशूट से छलांग लगाने का प्रशिक्षण देने का प्रयास किया जाता है जिससे उनमें साहसिक कार्य की क्षमता विकसित होती है।
ए0एच0एफ0 जय हिन्द कल्याण संस्था कोष
ए0एच0एफ0 द्वारा आयोजित क्रियाकलापों के दौरान एजेंडा एवं कार्यवाही रजिस्टर 3 मे प्रस्ताव संख्या 1 के नियमानुसार जयहिन्द की मृत्यु या 100 प्रतिशत अपंगता की स्थिति में समिति व निर्देशक के निर्देशानुसार वित्तीय सहायता उपलब्ध करायी जाती है। अन्यथा की स्थिती में समिति व निर्देशक का निर्णय अन्तिम व सर्वमान्य होगा ।
शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्सन करने वाले ए0एच0एफ0 जयहिन्द को वार्षिक छात्रवृत्तियां प्रदान की जाती है। (स) जयहिन्द ने अखण्ड हिन्द फौज में दो वर्ष का प्रशिक्षण लिया हो तथा उसकी उपस्थिति 80 प्रतिशत हो।
ए.एच.एफ. में भर्ती होने के लिए आवश्यक सामग्री व योग्यतायें
2 वर्षीय प्रमाणपत्र के लिए कक्षा 6.7,8,9,10,11 के छात्र जूनियर वर्ग में भाग ले सकते हैं।
सर्वप्रथम 1 किलो मीटर की सफल दौड़, शारीरिक मापदंड और लिखित परीक्षा उत्तीर्ण करने पर ।
- 1. आधार कार्ड 2. तीन पासपोर्ट साइज रंगीन फोटो 3. भर्ती के लिए फार्म फीस मात्र 700/- 4. पूर्ण वर्दी फीस मात्र 2100/- 5. 1+1+1 रिन्यूअल फीस 500/- एवं प्रति प्रशिक्षण कैम्प एन्ट्री फीस समिति द्वारा निर्धारित होगी ।
- भर्ती होने पर आपको वर्दी दी जायेगी जैसेः- 1.बैरेट पगडी (मैरून) 2. पैन्ट शर्ट (कारगिल चेक) 3. ट्राउजर ड्रिल (कारगिल चेक) 4. साॅक्स (खाकी) 5. बूट ऐंकल/ब्लैक 6. ए.एच.एफ. बैच कैप 7. ए.एच.एफ.टाइटल सोल्डर 8. हैंकल 9. बेल्ट ब्लैक 10. लाईनर 11. ए.एच.एफ. टाईटल चेस्ट 12. तिरंगा बाजू पट्टीका 13. अषोक और बीसल ।
- ए.एच.एफ. के प्रमुख कार्यक्रम :- 1.साप्ताहिक दो परेड 2. वार्षिक प्रषिक्षण कैम्प (अनिवार्य) 3. स्थापना दिवस 23 जनवरी , अखण्डता दिवस 14 अगस्त , गणतंत्र दिवस 26 जनवरी इत्यादि।
आवश्यक निर्देश :-
1- ड्रेस धोकर एवं प्रेस करके तथा जूते (स्थाई के लिए) पॅालिस करके ही जमा करे
2- ड्रेस जमा होने की सूचना मिलते ही तुरन्त ड्रेस जमा करे (कटी फटी व गन्दी वर्दी जमा नही होगी)
3- परेड छोडने/निर्देषो का पालन नही करने या समय पर नही पहुँचने पर 30/- रू अधिभार देय होगा
4- ए.एच.एफ. प्रषिक्षण कैम्प छोडने पर 500/- रू अधिभार देय होगा।
नोटः-
- भरा हुआ फार्म वापस नही होगा|
- कद काठी में बेहद कम, दिवालिया व पागल मानसिक रोगी व किसी भी प्रकार से कमजोर, विकलांग (दिव्यांग) छात्र ए.एच.एफ. में भर्ती का पात्र नही होगा ।
वर्दी धुलने के तरीके
वर्दी गन्दी हो जाने पर, अधिक पसीना आने पर , किसी प्रकार का दाग लग जाने पर वर्दी को अवष्य साफ कर ले सर्वप्रथम वर्दी को उल्टी कर ले तथा ईजी से भिगो ले लगभग 5 मिनट तक ईजी मे भिगोने के बाद हल्के हाथो से वर्दी के कालर या हाथ बैण्ड को अच्छे से साफ करे। सूखने के बाद वर्दी मे हल्का गर्म प्रेस ही करे। वर्दी को धुलने के लिए ईजी के अलावा किसी भी अन्य वासिंग पाउडर सा साबुन का प्रयोग बिल्कुल नही करे। वर्दी को धुलते समय खर्रा या बैट का प्रयोग बिल्कुल न करे। वर्दी को धूप मे नही सुखाएं।
केसरिया कारगिल चेक वर्दी पहनने के नियम
ए एच एफ सभी कार्यक्रम सर्वप्रथम जैसेः-सैन्य प्रषिक्षण कैम्प राज्यीय व अन्तर्राष्टीय भ्रमण कैम्प, घोष कैम्प या कमाण्डर के इजाजत के बिना वर्दी का इस्तेमाल नही करना चाहिए।
वर्दी पहनकर अकेले या मित्रो के साथ सार्वजनिक स्थानो जैसेः-रेलवे स्टेशन, बस स्टैण्ड ,खेल मैदाल बाग बगीचे, हाइवे माल या भीडभाड वाली जगह इत्यादि पर समूह के बिना वर्दी का प्रयोग नही करना चाहिए।
ए एच एफ द्वारा दिया गया परिचय पत्र अपने पास अवश्य रखे।